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कमर दर्द क्यों होता है — कारण और घरेलू इलाज (Back Pain in Hindi)

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कमर शरीर के मुख्य हिस्सों में से एक है। यह आपको चलने, दौड़ने, उठने, बैठने, सोने या दैनिक जीवन की दूसरी अनेको गतिविधियों को आसानी से पूरा करने में मदद करता है। जब किसी कारणवश कमर में दर्द (Back Pain in Hindi) होता है तो उन गतिविधियों को करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

कमर दर्द, विशेष रूप से कमर के निचले हिस्से में दर्द (lower back pain) बहुत आम है। यह आमतौर पर कुछ हफ्तों के भीतर ठीक हो जाता है, लेकिन कभी-कभी यह लंबे समय तक बना रह सकता है या वापस आ सकता है। आज से कुछ साल पहले, कमर दर्द या पीठ दर्द केवल बुजुर्गों को ही परेशान करता था, लेकिन वर्तमान में यह समस्या नौ-जवानों में भी देखने को मिलती है। 

जिसका मुख्य कारण निष्क्रिय जीवनशैली, कार्य संस्कृति (Work Culture), नौकरी की मांग और पोषण की कमी के कारण आज यह समस्या युवाओं में अधिक देखने को मिल रही है जिसमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं।

कमर में दर्द (Kamar Ke Nichle Hisse Me Dard Hona) होना एक आम समस्या है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कमर दर्द का कारण कोइ गंभीर बीमारी नहीं है तो इसे कुछ ख़ास घरेलू नुस्खों की मदद से आसानी से दूर किया जा सकता है।

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कमर दर्द से संबंधित कुछ मुख्य बिंदु

  • पीठ के निचले हिस्से में दर्द की घटनाओं का अनुमान लगाना मुश्किल है, क्योंकि पीठ दर्द के पहले एपिसोड की घटनाएं शुरुआती वयस्कता में अधिक होती हैं और इसके लक्षण समय के साथ दोबारा आने शुरू हो जाते हैं।
  • जैसे-जैसे दुनिया की आबादी बढ़ रही है, वृद्ध लोगों में इंटरवर्टेब्रल डिस्क में गड़बड़ी होने के कारण कमर दर्द या पीठ के निचले हिस्से में दर्द की संभावना है।
  • कमर में दर्द (पीठ के निचले हिस्से में दर्द) दुनिया भर में गतिविधि की सीमा और काम की अनुपस्थिति का प्रमुख कारण है, जो व्यक्तियों, परिवारों, समुदायों, उद्योग और सरकारों पर एक उच्च आर्थिक बोझ डालता है।
  • कमर दर्द (पीठ के निचले हिस्से में दर्द) के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव का मूल्यांकन करने के लिए यूरोप में कई अध्ययन किए गए हैं।
  • विटामिन D की कमी के कारण भी कमर में दर्द हो सकता है।

कमर दर्द क्या है — What is Back Pain In Hindi

कमर दर्द या पीठ के निचले हिस्से में दर्द (back bone pain in hindi) दुनिया भर में एक बहुत ही आम स्वास्थ्य समस्या है।यह समस्या इतनी ज्यादा आम है कि यह 80% वयस्कों को उनके जीवन में कभी न कभी प्रभावित करती है। पीठ दर्द या पीठ के निचले भाग में दर्द (lower back pain) कई कारणों से हो सकता है, जैसे मांसपेशियों में खिंचाव, लिगामेंट पर मोच, हर्नियेटेड डिस्क, गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस शामिल हैं। इसकी तीव्रता हल्के से गंभीर मामलों तक होती है। यह विकलांगता का मुख्य कारण है जो काम में प्रदर्शन और सामान्य कल्याण को बुरी तरह प्रभावित करता है।

पीठ के निचले हिस्से का दर्द तीव्र, सूक्ष्म या जीर्ण हो सकता है। हालांकि, इसके कई जोखिम कारकों की पहचान की गई है जिसमें व्यावसायिक मुद्रा, अवसादग्रस्त मनोदशा, मोटापा, शरीर की ऊंचाई और उम्र ) आदि शामिल हैं।

हालांकि कुछ व्यायाम (back pain exercises) है, जिसकी सहायता से कुछ समय के लिए आराम मिल जाता है, लेकिन दर्द के सटीक कारण और उनका इलाज प्राप्त करने के लिए हम आपको एक अच्छे डॉक्टर से मिलने की सलाह देंगे। पीठ दर्द के लिए कई प्रभावी उपचार है, लेकिन कौन सा उपचार आपके लिए सटीक है इसका पता डॉक्टर के साथ परामर्श के बाद ही लगेगा। 

कमर में दर्द के लक्षण

कमर दर्द एक विशिष्ट स्थान में स्थानीय दर्द से लेकर पूरे पीठ में फैलने वाले सामान्य दर्द तक हो सकता है। कभी-कभी दर्द कमर से आपके शरीर के अन्य क्षेत्रों, जैसे नितंबों, पैरों या पेट में विकीर्ण हो जाता है। कमर दर्द की तीव्रता प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग-अलग होती है। आपके कमर दर्द के प्रकार, कारणों और स्थान के आधार पर, आप अनुभव कर सकते हैं:

  • मांसपेशियों में दर्द होना
  • पीठ में जलन महसूस करना
  • अचानक से दर्द का तेज होना
  • दर्द का धीरे-धीरे पैरों की तरफ बढ़ना
  • उठने और झुकने से दर्द बढ़ना
  • आराम करने, बैठने या खड़े होने पर तेज दर्द होना
  • कमर दर्द का आना और चले जाना
  • सुबह उठने पर अकड़न और गतिविधि के साथ पीठ दर्द कम होना
  • दर्द जो पीछे से नितंबों, पैर या कूल्हे में फैलना
  • आपके पैरों में सुन्नता या कमजोरी होना

साथ ही, कमर दर्द होने पर आपको चलने, फिरने, उठने, बैठने या अपने पैरों को मोड़ने में काफी तकलीफ हो सकती है।

कमर दर्द कोई बीमारी नहीं बल्कि लक्षणों का एक समूह है। इसके शुरुआती कारण आज भी स्पष्ट नहीं है और इसका निदान करना भी मुश्किल है। कमर दर्द (lower back pain in hindi) बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है और यह चिकित्सकीय परामर्श का एक बहुत ही सामान्य कारण है।

यदि कुछ हफ्तों के बाद भी आपके दर्द में सुधार नहीं होता है या यदि आपके कमर दर्द के साथ निम्न लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए:

  • सुन्न होना और सिहरन होना
  • गंभीर कमर दर्द जो दवा से ठीक नहीं होना
  • गिरने या चोट लगने के बाद कमर दर्द होना
  • पेशाब करने में परेशानी होना
  • पैरों में कमजोरी, दर्द या सुन्न होना
  • बुखार होना

अगर आप खुद में ऊपर दिए गए कमर दर्द के लक्षणों को खुद में अनुभव करते हैं तो हमारे हड्डी रोग विशेषज्ञ (Experienced Orthopedist) के साथ परामर्श कर सटीक उपचार प्राप्त कर सकते हैं।

कमर दर्द के कारण — Back Pain Reason in Hindi

Back Pain Reason in Hindi

कमर दर्द कई कारणों (reason of back pain in hindi) से होता है, जो परीक्षण या इमेजिंग अध्ययन में दिखाई देता है। अगर इसके कारणों को ध्यान में रखकर कुछ सावधानियां बरती जाएं तो इसे आसानी से रोका जा सकता है। कमर दर्द के मुख्य कारणों में निम्नलिखित शामिल हैं:-

  1. तनाव से कमर दर्द हो सकता है ( Stress can cause back pain)
  2. मॉडर्न टेक्नोलॉजी कमर दर्द का कारण बन सकता है (Modern technology can cause back pain)
  3. नरम गद्दे पर सोने से कमर में दर्द हो सकता है (Sleeping on a soft mattress can cause back pain)
  4. अधिक समय तक हाई हील पहनने से कमर दर्द होता है (Wearing high heels for a long time causes back pain)
  5. वजन बढ़ने या मोटापे से कमर दर्द होता है (Weight gain or obesity causes back pain)
  6. शरीर में कैल्शियम की कमी से कमर दर्द होता है (Lack of calcium in the body causes back pain)
  7. लंबे समय तक एक जगह बैठने से कमर दर्द होता है (Sitting in one place for a long time causes back pain)
  8. निष्क्रिय जीवनशैली जीने से कमर दर्द होता है (Living an inactive lifestyle causes back pain.)
  9. मांसपेशियों का तालमेल बिगड़ने से कमर दर्द होता है ( Poor coordination of muscles causes back pain)
  10. डिस्क में गड़बड़ी के कारण कमर में दर्द होता है (Disc dysfunction causes back pain)
  11. गंभीर बीमारियों के कारण कमर दर्द होता है (Serious diseases can causes back pain)
  12. गैस के कारण कमर में दर्द ( Gas can cause back pain)
  13. मांसपेशियों या लिगामेंट्स में खिंचाव (strain in muscles or ligaments)
  14. डिस्क का टूटना या अपनी जगह से खिसक जाना (Rupture or dislocation of disc can cause back pain)
  15. वात रोग (Arthritis)
  16. एंकिलोजिंग स्पोंडिलिटिस (ankylosing spondylitis)
  17. गर्भधारण के दौरान कमर दर्द (back pain during pregnancy)

01. तनाव से कमर दर्द हो सकता है — Stress Kamar Dard Ka Karan Ho Sakta Hai

विशेषज्ञों का मानना है कि तनाव कमर दर्द (पीठ के निचले हिस्से में दर्द) का मुख्य कारण हो सकता है। जब आप तनाव में होते हैं तो आपकी मांसपेशियां अकड़ जाती हैं। ऐसे में पीठ की मांसपेशियों के अकड़ने पर (back pain kyu hota hai in hindi) आपकी कमर यानि पीठ के नीचले हिस्से में दर्द होता है।

अगर आप किसी कारण हमेशा तनाव में रहते हैं तो आपको कमर दर्द की समस्या हो सकती है। इस परेशानी से बचने के लिए आपको तनाव से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए।

02. मॉडर्न टेक्नोलॉजी कमर दर्द का कारण बन सकता है — Modern Technology Kamar Ke Niche Dard Ka Karan Ban Sakta Hai

आज आप टेक्नोलॉजी से घिरे हुए हैं। बिना मोबाईल या लैपटॉप के कोई भी काम करना या अपना जीवन बिताना काफी मुश्किल है। आवश्यकतानुसार मोबाईल या लैपटॉप का इस्तेमाल करना ठीक है, लेकिन लंबे समय तक एक ही जगह बैठकर इसपर समय बिताने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है।

रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ने और आपके बैठने का पोस्चर खराब होने के कारण कमर के नीचे (Kamar Ke Niche Dard) दर्द होता है। इससे बचने के लिए आपको अपने पोस्चर का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही साथ, यह कोशिश होनी चाहिए कि आप हर एक घंटे के बाद कुछ मिनट के लिए ब्रेक लेकर टहलें।

03. नरम गद्दे पर सोने से कमर में दर्द हो सकता है

कई बार बहुत नरम गद्दे पर सोने से पीठ की मांसपेशियां में खिंचाव पैदा होता है जिसके कारण कमर में दर्द हो सकता है। सोते समय एक व्यक्ति का शरीर सबसे ज्यादा संवेदनशील होता है, इसलिए सोते समय शरीर का स्थिर रहना बहुत ज्यादा अनिवार्य है। अगर आप नरम गद्दे पर सोते हैं तो आपको इसका विकल्प ढूँढना चाहिए।

04. अधिक समय तक हाई हील पहनने से कमर दर्द होता है

अधिक समय तक हाई हील पहनना भी कमर दर्द का कारण बन सकता है। अगर आप कमर या पीठ दर्द से परेशान हैं तो आपको कुछ दिनों के लिए हाई हील सैंडल नहीं पहनना चाहिए। इससे आपको काफी फायदा हो सकता है।

05. वजन बढ़ने या मोटापे से कमर दर्द होता है

वजन बढ़ने या मोटापा के कारण कई तरह की बीमारियां और समस्याएं पैदा होती हैं, कमर में दर्द होना भी उन्हीं में से एक है। वजन बढ़ने के कारण रीढ़ की हड्डी पर अधिक भार पड़ता है जिसके कारण कमर दर्द होता है।

06. शरीर में कैल्शियम की कमी से कमर दर्द होता है

डॉक्टर का कहना है कि शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण कमर दर्द की शिकायत होती है। इस स्थिति में आपको डॉक्टर से परामर्श करने के बाद कैल्शियम से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए।

07. लंबे समय तक एक जगह बैठने से कमर दर्द होता है

लंबे समय तक एक ही जगह बैठने के कारण भी कमर दर्द की समस्या पैदा होती है। अगर एक जगह लंबे समय तक बैठने के कारण आपके कमर में दर्द होता है तो आपको थोड़े-थोड़े समय पर ब्रेक लेना चाहिए।

08. निष्क्रिय जीवनशैली जीने से कमर दर्द होता है

निष्क्रिय जीवनशैली जीने के कारण आधी से ज्यादा बीमारियां पैदा होती हैं। अगर आप सक्रीय जीवनशैली अपना लें तो आधे से ज्यादा बीमारियां पैदा नहीं होगीं और जो पैदा हो चुकी हैं वो दूर हो जाएंगी। निष्क्रिय जीवन जीने से शरीर की मांसपेशियां अकड़ जाती हैं। नतीजतन, कमर दर्द की शिकायत पैदा होती है।

09. मांसपेशियों का तालमेल बिगड़ने से कमर दर्द होता है

आपके शरीर में लगभग 600 मांसपेशियां हैं और सभी एक दूसरे से जुडी हुई हैं। किसी एक मांसपेशी में समस्या पैदा होने पर वह दूसरी मांसपेशियों को प्रभावित करती है। यही कारण है कि हैमस्ट्रिंग्स में तनाव या पेट की मांसपेशियां कजोर होने पर कमर में दर्द होता है।

10. डिस्क में गड़बड़ी के कारण कमर में दर्द होता है

रीढ़ की हड्डी के बीच डिस्क मौजूद होता है जो रीढ़ में चोट या झटका लगने से रोकता है। लेकिन गलत पोस्चर में बैठने या किसी कारण इसमें गड़बड़ी आती है तो कमर दर्द की समस्या पैदा होती है। यही कारण है कि डॉक्टर हमेशा सही पोस्चर में बैठने का सुझाव देते हैं।

11. गंभीर बीमारियों के कारण कमर दर्द होता है

कई बार कमर दर्द का कारण कुछ गंभीर बीमारियां जैसे कि किडनी इंफेक्शन, अल्सर या पैन्क्रियाटाइटिस, रीढ़ की हड्डी का इंफेक्शन और ऑस्टियोमाइलाइटिस आदि भी हो सकती हैं। यही कारण है कि कमर दर्द होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलकर इसके सटीक कारण की पुष्टि करनी चाहिए।

इन सबके अलावा भी कमर दर्द के दूसरे अन्य कारण हो सकते हैं। डॉक्टर लक्षणों और जांच की मदद से इसके सटीक कारण की पुष्टि करते हैं। उसके बाद, इलाज की प्रक्रिया शुरू होती है।

12. गैस के कारण कमर में दर्द

कई बार गैस के कारण भी कमर में दर्द होता है। अगर आपके कमर दर्द का कारण गैस है तो डॉक्टर से परामर्श करने के बाद गैस की दवा का सेवन कर सकते हैं। सुबह खाली पेट हल्का गर्म पानी पीने से गैस यानी कब्ज की समस्या दूर होती है। आप इस उपाय को भी आजमा सकते हैं।

 और जाने:  प्रेगनेंसी में पीठ दर्द क्या होता हैं

13. मांसपेशियों या लिगामेंट्स में खिंचाव

बार-बार भारी सामान उठाने या अचानक अजीब हरकत करने से पीठ की मांसपेशियों और रीढ़ की हड्डी के लिगामेंट्स में खिंचाव आ सकता है। खराब शारीरिक स्थिति वाले लोगों के लिए, पीठ पर लगातार तनाव दर्दनाक मांसपेशियों में ऐंठन पैदा कर सकता है।

14. डिस्क का टूटना या अपनी जगह से खिसक जाना

डिस्क रीढ़ की हड्डियों के बीच कुशन का काम करती है। एक डिस्क के अंदर की नरम सामग्री उभर या फट सकती है और एक तंत्रिका पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, डिस्क का टूटना या अपनी जगह से खिसकना कमर दर्द का कारण हो सकता है। डिस्क रोग अक्सर रीढ़ के एक्स-रे, सीटी स्कैन या किसी अन्य कारण से किए गए एमआरआई पर पाया जाता है।

15. वात रोग

ऑस्टियोआर्थराइटिस पीठ के निचले हिस्से को प्रभावित कर सकता है। कुछ मामलों में, रीढ़ की गठिया रीढ़ की हड्डी के चारों ओर की जगह को कम कर सकती है, इस स्थिति को स्पाइनल स्टेनोसिस कहा जाता है।

16. एंकिलोजिंग स्पोंडिलिटिस

जिसे अक्षीय स्पोंडीलों आर्थराइटिस भी कहा जाता है। यह बीमारी रीढ़ की कुछ हड्डियों को खराब करने का कारण बन सकती है। इससे रीढ़ की हड्डी कम लचीली होती है।

17. गर्भधारण के दौरान कमर दर्द (back pain during pregnancy)

आमतौर गर्भावस्था के पहले और दूसरे तिमाही में महिला को कमर दर्द की शिकायत होती है। इससे बचने के लिए डॉक्टर कुछ व्यायाम का सुझाव दे सकते हैं।

कमर दर्द होने पर क्या करें और क्या नहीं?

कमर दर्द होने पर आपको अनेक बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। जहाँ एक तरफ, थोड़ी सी लापरवाही आपकी परेशानियों को बढ़ा सकती है। वहीं दूसरी तरफ थोड़ी सी जागरूकता आपकी समस्या को दूर करने में मदद कर सकती है।

कमर दर्द होने पर डॉक्टर निम्न बातों को ध्यान में रखने का सुझाव देते हैं:

  • अच्छी मुद्रा में बैठें
  • भारी सामान न उठाएं
  • स्वस्थ वजन बनाकर रखें
  • अपने शरीर की मालिश करें
  • लंबे समय तक एक जगह न बैठें
  • थोड़े-थोड़े समय पर ब्रेक लें और टहलें
  • शराब और सिगरेट आदि के सेवन से दूर बचें
  • रोजाना सुबह या शाम में हल्का-फुल्का व्यायाम करें
  • मांसपेशियों की मजबूती बढ़ाएं और उनमें लचीलापन लाएं

अगर किसी तरह की कोई शंका यानी डाउट है तो विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श करें। वे आपको डाइट, व्यायाम और जीवनशैली के संबंध में मदद कर सकते हैं जिससे आपको कमर के दर्द से राहत मिलने में आसानी होगी।

कमर दर्द होने पर डॉक्टर से कब मिलें?

कमर में दर्द होने पर अक्सर लोग पहले घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करते हैं। हालाँकि, घरेलू नुस्खों से कुछ ही हफ्तों में कमर दर्द से आराम मिल जाता है। लेकिन जब दर्द बहुत तेज होता है या घरेलू नुस्खों से कोई फायदा नहीं तो डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक होता है।

कमर दर्द की निम्न स्थितियों में आपको जल्द से जल्द कमर दर्द स्पेशलिस्ट से परामर्श करना चाहिए:

  • बार-बार यानी हर महीने कमर में दर्द होना
  • पैरों में कमजोरी, झुनझुनी और सुन्न महसूस करना
  • दर्द का धीरे-धीरे एक या दोनों पैरों की तरफ बढ़ना
  • कमर का दर्द 2-3 सप्ताह से अधिक समय तक रहना
  • पेशाब या स्टूल पास करते समय या उन्हें रोकने में कठिनाई होना
  • दर्द के कारण हाथों और पैरों का सुन्न होना या उनकी उत्तेजना में कमी आना
  • दर्द का लंबे समय तक रहना
  • दैनिक जीवन के कामों को करने में परेशानी होना
  • उन कामों या गतिविधियों को करने में दिक्कत होना जिन्हें आप पसंद करते हैं

इन सबके अलावा, शुरुआत में गंभीर पीठ और गर्दन में दर्द होना जिससे अकड़न की समस्या पैदा होती है और पीठ एवं गर्दन की गतिशीलता में कमी आती है। अगर आप खुद में इन लक्षणों को अनुभव करते हैं तो बिना देरी किए कमर दर्द के डॉक्टर से मिलना चाहिए।

कमर दर्द का घरेलू इलाज — Home Remedies For Back Pain in Hindi

अगर कमर दर्द का कारण कोई गंभीर चोट या बीमारी नहीं है तो कुछ ख़ास घरेलू नुस्खों से इसका इलाज किया जा सकता है। बहुत सारे घरेलू उपचार और उपाय है, जिसकी सहायता से कमर दर्द से राहत मिल सकती है। यदि घरेलू उपचार कारगर साबित नहीं होते हैं, तो डॉक्टर से मिलने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर विभिन्न विकल्पों के साथ कमर दर्द का इलाज करते हैं, जिसमें दवाएं, नॉन सर्जिकल उपचार और सर्जिकल उपचार शामिल हैं। ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवाएं या त्वचा पर लगाए जाने वाले मरहम है। चलिए पहले कमर दर्द से बचने के उपाय और फिर घरेलू उपचार के बारे में जानते हैं।  

Home Remedies For Back Pain in Hindi

01. गर्म पानी की सिकाई से कमर दर्द का इलाज

हल्का गर्म पानी अनेको समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इससे कमर दर्द में भी बहुत फायदा होता है। हल्का गर्म पानी में नमक मिलाएं और उस पानी में तैलीय को भिगोकर उसे निचोड़ दें और फिर उससे अपने कमर और पीठ की सिकाई करें।

इस बात का ध्यान रहे कि आप सीधे अपनी त्वचा पर गर्म पानी से सिकाई न करें। सिकाई करने से पहले अपनी कमर और पीठ पर एक सूती कपड़ा रख लें। फिर उसके ऊपर तौलिया से सिकाई करें। सीधा त्वचा पर गर्म पानी से सिकाई नहीं करना चाहिए। सूती कपडे की एक लेयर होना आवश्यक है।

02. नारियल तेल से कमर दर्द का इलाज

नारियल तेल में 4-6 लहसुन की कलियां मिलाकर उसे आग पर अच्छी तरह पकाएं। पकाने के बाद जब तेल ठंडा हो जाए तो उससे अपनी कमर और पीठ की अच्छी तरह मालिश करें। यह तेल कमर के नीचे दर्द का बेहतर उपाय ( kamar ke niche dard ka upay) है।

लहसुन में अनेक गुण पाए जाते हैं जो कमर दर्द को कम करने में मददगार साबित होते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि तैयार किए गए तेल से मालिश करने के कम से कम 30 मिनट बाद नहाएं ताकि आपका शरीर तेल को अच्छी तरह सोख ले।

03. हर एक घंटे में 10-15 मिनट का ब्रेक लें

अगर आपके काम में लगातार लंबे समय तक बैठना शामिल है तो आपको हर एक घंटे में 10-15 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए। ऐसा करने से आपके कमर और पीठ की मांसपेशियों को आराम मिलता है और अकड़न का खतरा ख़त्म हो जाता है।

04. अपनी पोस्चर को ठीक करें

ऑफिस, मेट्रो, बस, बाइक या ट्रेन में बैठते समय अपनी पोस्चर का ख़ास ध्यान रखें। सही पोस्चर में बैठने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जिसके कारण मांसपेशियों में अकड़ने होने का खतरा कम होता है। सिटिंग पोस्चर सही नहीं होने के कारण अधिकतर लोगों को कमर दर्द की शिकायत होती है।

05. कैल्शियम से भरपूर डाइट लें

शरीर में कैल्शियम की कमी (Calcium Defficiancy) के कारण भी कमर दर्द या पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। 30-35 वर्ष की उम्र के बाद शरीर में कैल्शियम की कमी आनी शुरू हो जाती है।

अगर आपके कमर दर्द का कारण कैल्शियम की कमी है तो आपको कैल्शियम युक्त चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। डॉक्टर से परामर्श करने के बाद आप कैल्शियम सप्लीमेंट्स का भी सेवन कर सकते हैं।

06. डॉक्टर से परामर्श करें

अगर कमर दर्द का कारण कोई विशेष रोग है तो घरेलू उपाय से कोई फायदा नहीं होगा। इस स्थिति में आपको हड्डी रोग विशेषज्ञ से परामर्श कर समय पर उचित इलाज पाना चाहिए।

जांच की मदद से डॉक्टर दर्द के सटीक कारण की पुष्टि करते हैं। उसके बाद, कमर दर्द के कारण और गंभीरता के आधार पर इलाज की प्रक्रिया शुरू करते हैं।

कमर दर्द का इलाज

जब कमर दर्द अपने आप दूर नहीं होता है या घरेलू नुस्खों से कोई फायदा नहीं होता है तब डॉक्टर मेडिकल सहायता लेते हैं।

कमर दर्द का इलाज करने के लिए डॉक्टर दवाएं, इंजेक्शन, थेरेपी, सर्जरी आदि का इस्तेमाल करते हैं। कमर दर्द का इलाज करने के लिए डॉक्टर उपचार का कौन सा माध्यम चुनते हैं यह कमर के कारण, उसकी गंभीरता और मरीज की उम्र एवं समग्र स्वास्थ्य पर निर्भर करता है।

कमर दर्द से बचने के उपाय

कुछ खास चीजों को अपने जीवन में लागू कर आप आसानी से कमर दर्द से बचाव कर सकते हैं। कमर दर्द से बचाव के निम्न तरीके हैं:-

  • सही पोस्चर में बैठें
  • लंबे समय तक लेटने से बचें
  • हेल्दी डाइट चार्ट को फॉलो करें
  • विटामिन डी से भरपूर चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें
  • पर्याप्त मात्रा में पानी और जूस पीएं
  • हरी सब्जियों और फलों का सेवन करें
  • रोजाना हल्का-फुल्का व्यायाम करें
  • एक जगह लंबे समय तक बैठने से बचें
  • झटके से उठने, बैठने या सोने से बचें ताकि कमर पे अचानक प्रेशर न पड़े
  • रोजाना कम से कम 10-20 मिनट पैदल चलें इससे रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है

इन सबके अलावा, रोजाना सोने से पहले अपने कमर की हल्की मालिश कर सकते हैं। इस बात का भी ध्यान रखें कि आप अचानक से कोई भारी सामान न उठाएं, क्योंकि इससे कमर में दर्द हो सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न ( FAQ’s Related to Back Pain) 

कमर दर्द के घरेलू उपचार क्या है?

कई घरेलू उपचार कमर दर्द को दूर करने में मदद कर सकते हैं, जिसमें स्ट्रेचिंग और व्यायाम, गर्म और ठंडे पैक का इस्तेमाल, चप्पल या जूते बदलना, मालिश करना और अर्निका लगाना शामिल हैं।

क्या खाने से कमर का दर्द ठीक हो जाएगा?

केल, पालक, ब्रोकोली, एवोकाडो; नट्स (अखरोट, बादाम, पेकान और ब्राजील नट्स), चिकन और टर्की; फलियां; और कोको आदि का सेवन कमर दर्द में फायदेमंद माना जाता है।

मुझे कमर दर्द की चिंता कब होनी चाहिए?

अगर दर्द कुछ हफ्तों से अधिक समय तक रहता है, दर्द गंभीर है और आराम करने से ठीक नहीं होता है, एक या दोनों पैरों में फैल जाए, खासकर अगर दर्द घुटने के नीचे तक पहुँच जाए तो आपको चिंतित होना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए

कमर दर्द के लिए क्या करें?

आराम करें, दर्द वाली जगह पर गर्म या ठंडे पानी से सेक करें, और दर्द निवारक दवा लें। इससे कुछ समय के लिए राहत मिल जाएगी। इसी दौरान डॉक्टर को अपनी स्थिति की सूचना दें। 

कमर दर्द क्यों होता है?

कमर दर्द होने के कई कारण है। गलत मुद्रा में बैठना, चोट, गर्भावस्था या पुरानी स्थिति के कारण एक व्यक्ति को कमर में दर्द का सामना करना पड़ सकता है।

कमर दर्द से राहत कैसे पाएं?

कमर दर्द को कम करने के लिए इलाज के कई विकल्प मौजूद है, लेकिन स्ट्रेचिंग, व्यायाम (exercises for lower back pain) और योग के साथ स्वस्थ आहार बहुत ज्यादा लाभकारी साबित हो सकता है। यदि स्थिति बहुत ज्यादा गंभीर है या 2 सप्ताह से अधिक समय तक यह स्थिति बनी रहती है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।

महिलाओं में कमर के निचले हिस्से में दर्द का कारण?

महिलाओं में कमर के निचले भाग का कारण (lower back pain causes) मासिक धर्म, गर्भावस्था, या मेनोपॉज हो सकता है। 

महिलाओं में कमर दर्द का कारण क्या है?

महिलाओं में कमर दर्द का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है। यह कई कारणों से हो सकता है जैसे – पीठ की मांसपेशियों में तनाव, गर्भावस्था (back pain in pregnancy), रीढ़ की हड्डी में समस्या, या गर्भाशय फाइब्रॉएड।

क्या गैस कमर दर्द का कारण बन सकती है?

हां, गैस पेट में दबाव डाल सकती है, जिससे कमर में दर्द हो सकता है। कई मामलों में देखा गया है व्यक्ति को गैस की समस्या अधिक होती है, जिसके कारण व्यक्ति को कमर में दर्द का सामना करना पड़ता है। 

कमर के ऊपरी हिस्से के दर्द से तेजी से कैसे राहत पाएं?

आराम करें, दर्द वाली जगह पर ठंडा पानी की थैली रखें, और दर्द निवारक दवा लें। इसकी सहायता से कमर के ऊपरी भाग में तेज दर्द हो सकता है। 

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