आयुर्वेद में सदियों से हल्दी वाला दूध एक असरदार औषधि के तौर पर इस्तेमाल होता आ रहा है। इसे गोल्डन मिल्क भी कहा जाता है जिसको पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है, शरीर की सूजन कम होती है और नींद अच्छी आती है। हालांकि, हल्दी वाले दूध को सीमित मात्रा में पीना फायदेमंद रहता है क्योंकि अधिक सेवन से पेट, किडनी में पथरी जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। खासतौर पर प्रेगनेंट महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेकर ही हल्दी वाला दूध पीना चाहिए।
हल्दी वाले दूध को गोल्डन मिल्क कहा जाता है। आयुर्वेद में सैकड़ों सालों से हल्दी का इस्तेमाल पुरानी और असरदार औषधि के रूप में होता आ रहा है। भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के लोगों को हल्दी वाले दूध के फायदे अच्छी तरह से पता हैं। आमतौर पर लोग शरीर में सूजन को कम करने, बीमारियों से लड़ने और इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने में हल्दी वाला दूध पीना पसंद करते हैं। भारत में हमेशा से नेचुरल हेल्थ ड्रिंक के रूप में इसे पिया जाता रहा है, जो शरीर के साथ-साथ तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से भी राहत पाने में मदद करता है।
हल्दी को करक्यूमा लोंगा पौधे की जड़ यानी राइजोम से तैयार किया जाता है। कर्क्यूमिन हल्दी को उसका पीला रंग और औषधीय गुण देता है। कर्क्यूमिन में सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जब इसे दूध के साथ मिलाया जाता है, तो यह एक पावरफुल ड्रिंक बन जाती है।
हल्दी वाले दूध पीने के फायदे हम सभी जानते हैं, क्योंकि इसमें मौजूद कर्क्यूमिन हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
अगर आप रोजाना हल्दी वाला दूध पीते हैं, तो आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और आपका शरीर बैक्टीरिया, वायरस और फंगल इंफेक्शन से लड़ने की क्षमता रखता है। (immunity boosting foods in hindi)
अगर किसी को घुटनों या जोड़ों में दर्द, सूजन या शरीर में सूजन की समस्या बनी रहती है, तो उनके लिए हल्दी वाला दूध पीना फायदेमंद हो सकता है। हल्दी में पाए जाने वाले कर्क्यूमिन तत्व से सूजन को कम किया जा सकता है। साल 2016 में जर्नल ऑफ मेडिकल फूड द्वारा प्रकाशित रिसर्च में पाया गया कि हल्दी लेने से ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) के मरीजों में जोड़ों का दर्द काफी कम हुआ और उनकी लाइफस्टाइल भी काफी बेहतर हो गई।
अगर आपको एसिडिटी (acidity home remedies in hindi), अपच (food for upset stomach) और पेट फूलने (bloating) जैसी समस्याएं बनी रहती हैं, तो हल्दी वाला दूध आपके लिए रामबाण उपाय हो सकता है। हल्दी पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करती है और हमारे शरीर से वसा (fat) यानी फैट को पचाने में मदद करती है।
अगर आपको नींद कम आती है और बार-बार नींद टूटती है, तो आपके लिए रात में सोने से पहले हल्दी वाला गर्म दूध पीना फायदेमंद हो सकता है। दरअसल गर्म दूध में ट्रिप्टोफैन (tryptophan) नामक तत्व पाया जाता है, जो दिमाग में सेरोटोनिन (serotonin) और मेलाटोनिन (melatonin) नामक केमिकल्स बनाने में मदद करता है। रात को हल्दी वाला दूध पीने से आपको अच्छी नींद आ सकती है।
हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन (curcumin) केमिकल से ब्लड फ्लो बेहतर होता है और कोलेस्ट्रॉल (cholesterol- home remedies to lower cholesterol level) लेवल कम होता है। हल्दी वाला दूध खराब कोलेस्ट्रॉल (बैड कोलेस्ट्रॉल) को शरीर में जमा होने से और धमनियों को बंद या संकुचित होने से रोकने में मदद करता है।
अगर आप हल्दी वाले दूध को रोजाना एक्सरसाइज करने के बाद लेते हैं, तो यह वजन कम करने में मदद कर सकता है (तेजी से वजन कम करने के घरेलू उपाय और उपचार)। आमतौर पर हल्दी शरीर के मेटाबोलिज्म (metabolism) को संतुलित रखने में मदद करती है और शरीर में एक्स्ट्रा फैट को जमा नहीं होने देती है।
अगर आपको मुंहासे यानी एक्ने (home remedies for acne in hindi), एक्जिमा (eczema) और त्वचा संबंधी रोग (skin disease) हैं, तो आपके लिए हल्दी वाला दूध पीना लाभकारी हो सकता है। यह हेल्थ ड्रिंक शरीर को अंदर से डिटॉक्स (विषैले पदार्थों को निकालना) करने में मदद करती है।
हल्दी में पाए जाने वाले कर्क्यूमिन तत्व में एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में मौजूद हानिकारक कणों को खत्म करते हैं। दरअसल ये हानिकारक कण शरीर से झुर्रियां (wrinkles), थकान और पुरानी बीमारियों को लाने का काम करते हैं। अगर आप रोजाना हल्दी वाला दूध पीते हैं, तो हानिकारक कण खत्म होने लगते हैं और आप यंग और एनर्जेटिक दिखाई देने लगते हैं।
आमतौर पर हल्दी वाला दूध अधिकतर लोगों के लिए फायदेमंद ही साबित होता है, लेकिन इसे एक सीमित मात्रा में पीना चाहिए। अगर आप इसे ज्यादा पी लेते हैं, तो आपको कुछ खास स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है, जैसे कि –
अगर आप पहली बार हल्दी वाला दूध पी रहे हैं, तो आपको शुरुआत एक कप से करनी चाहिए और देखना चाहिए कि आपके शरीर पर इसका क्या असर होता है। अगर आप दूध में बहुत ज्यादा हल्दी डालकर पीते हैं, तो आपको गैस्ट्रिक, मतली और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हल्दी में कर्क्यूमिन के अलावा ऑक्सालेट नामक तत्व पाया जाता है और जब आप दूध में हल्दी मिलाकर पीते हैं, तो यह शरीर में कैल्शियम के साथ मिल जाता है। कई बार यह किडनी में पथरी (kidney stone ke kaaran, lakshan aur upchar) बनाने का कारण भी बन सकता है। अगर आपको किडनी स्टोन की समस्या है या पहले रह चुकी है, तो आपको हल्दी वाला दूध पीने से पहले आप हमारे न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह ले सकते हैं।
अगर आप खून को पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं, तो हल्दी वाला दूध लेने से परहेज करें। ऐसा नहीं करने से शरीर में अचानक ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अगर आप कोई भी दवा ले रहे हैं, तो उसके साथ हल्दी वाला दूध पीने से पहले आप हमारे न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह ले सकते हैं।
हल्दी वाला दूध प्रेगनेंसी (pregnancy) या ब्रेस्ट फीडिंग (breastfeeding tips) कराने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता है, क्योंकि हल्दी वाले दूध में कर्क्यूमिन सप्लीमेंट की मात्रा अधिक रहती है, जो गर्भाशय में ऐंठन या हार्मोनल बदलाव (hormonal imbalance) का खतरा पैदा कर सकता है। इसलिए प्रेगनेंट महिलाओं को हल्दी वाला दूध पीने से पहले आप हमारे न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह ले सकते हैं।
अगर आपको हल्दी या दूध से एलर्जी है, तो हल्दी वाला दूध पीने के बाद कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
अगर आपको ऐसी समस्याएं होने लगती हैं, तो आपको तुरंत इसका सेवन बंद कर देना चाहिए।
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वैसे तो हल्दी वाला दूध बनाना बहुत आसान होता है और आप इसे अपनी जरूरत और स्वाद के हिसाब से बना सकते हैं।
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आजकल लोग नैचुरल और बिना साइड इफेक्ट वाले उपाय अपना रहे हैं और ऐसे में हल्दी वाला दूध प्राकृतिक दवा की तरह काम करता है। यह उपाय आयुर्वेद और विज्ञान के बीच सामंजस्य बिठाने का काम करता है। यह पेय पदार्थ केवल स्वादिष्ट ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य लाभ से भरपूर भी है।
हां, हल्दी दूध को रात में पीने से नींद अच्छी आती है और शरीर को आराम मिलता है।
जी हां, हल्दी दूध पीने से वजन कम हो सकता है। इस हेल्थ ड्रिंक में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और जरूरी फैटी एसिड होते हैं, जो शरीर में गर्मी पैदा करते हैं, जिससे शरीर में जमा फैट बर्न होता है और वजन कम करने में मदद मिलती है।
जी हां, हल्दी दूध स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। दरअसल हल्दी में कर्क्यूमिन तत्व पाया जाता है, जिसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो मुंहासों को कम करने और त्वचा की रंगत को सुधारने में मदद करता है। इसके अलावा, दूध में लैक्टिक एसिड पाया जाता है, जो प्राकृतिक एक्सफोलिएंट के रूप में काम करता है, जो डेड स्किन्स को हटाने में मदद करता है।
जी हां, रोजाना हल्दी वाला दूध पीना फायदेमंद होता है और इससे इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है। हालांकि, अगर आपको कोई बीमारी है या किसी बीमारी का इलाज चल रहा है, तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही हल्दी वाला दूध पीना सही रहता है।
हल्दी वाला दूध गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल वाले, गर्भवती महिलाओं, पित्ताशय की समस्या वाले, लीवर की बीमारी वाले, लैक्टोज इनटॉलेरेंस वाले लोगों को नहीं पीना चाहिए।
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