एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) का कारण, लक्षण, रोकथाम और उपचार
कोरोनावायरस के बाद अब हर तरफ मंकीपॉक्स वायरस की चर्चा हो रही है। यह एक संक्रामक रोग है जो एमपॉक्स वायरस के कारण होता है। यह मनुष्यों और कुछ जानवरों में हो सकता है। कोरोनावायरस की तरह कुछ सावधानियां बरतकर इस संक्रामक रोग से भी बचा जा सकता है।
बिलकुल सही कहा गया है कि “रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर होती है”, खासकर जब आप नहीं जानते कि वायरस कितना घातक है और इसका इलाज कैसे किया जाए। जैसे-जैसे भारत में एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) के मामले बढ़ रहे हैं, वायरस के बारे में डर और मिथक भी उतनी ही तेजी से फैल रहे हैं।
इससे हम अनिश्चित हो जाते हैं कि किस सूचना पर विश्वास करें और किसपर नहीं। सही सूचना नहीं मिलने से भ्रम, निराशा और घबराहट होती है। इसलिए, यह समझना महत्वपूर्ण है कि मंकीपॉक्स वायरस क्या है। साथ ही, इसके लक्षण, कारण और रोकथाम को समझना भी आवश्यक है ताकि हम खुद को इससे बचा सकें।
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एमपोक्स (मंकीपॉक्स) क्या है? (What is Mpox In Hindi)
एमपॉक्स एक संक्रामक रोग है जो मंकीपॉक्स वायरस (एमपीएक्सवी) के कारण होता है। यह वायरस चेचक से काफी मिलता-जुलता है। इससे लाल धब्बे, छाले, उभार और फ्लू जैसे लक्षण अनुभव होते हैं। यह वायरस जानवरों या मंकीपॉक्स से पीड़ित लोगों के निकट संपर्क से फैलता है। यह यात्रा और जानवरों के संपर्क से भी फैल सकता है।
एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) के कारण हैं? (Causes of Mpox in Hindi)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मंकीपॉक्स पॉक्सविरिडे परिवार में जीनस ऑर्थोपॉक्सवायरस की एक प्रजाति है, जिसमें वेरियोला, वैक्सीनिया और काउपॉक्स भी होते हैं।
मंकीपॉक्स वायरस का पहला मामला 2022 में मध्य और पश्चिमी अफ्रीका जैसे अफ्रीकी क्षेत्रों में सामने आया था और यह आज यह पूरी दुनिया में ख़तरा बना हुआ है। एमपॉक्स को दो भागों में बांटा गया है जिसमें पहले (क्लेड I) की उत्पत्ति मध्य अफ़्रीका से हुई और दूसरा (क्लैड II) पश्चिमी अफ़्रीका से है।
एमपोक्स (मंकीपॉक्स) के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Mpox in Hindi)
संक्रमित होने के 1 से 21 दिन बाद तक आपको इसके लक्षण दिख सकते हैं। इसके लक्षण 2 से 4 सप्ताह तक रहते हैं, लेकिन कमज़ोर इम्युनिटी वाले लोगों में अधिक समय तक रह सकते हैं।
इसके लक्षणों में निम्न शामिल हैं:
- बुखार लगना
- पीठ में दर्द होना
- थकान महसूस होना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- लिम्फ नोड्स सूजन होना
- त्वचा पर लाल चकत्ते होना
- सिरदर्द की शिकायत होना
इसके अन्य लक्षणों में प्रभावित क्षेत्र में दर्द और खुजली होना शामिल हैं। एमपॉक्स की शुरुआत चपटे घावों से होती है जो बाद में मवाद से भरे फफोले में बदल जाते हैं।
ये लक्षण शरीर के अलग-अलग अंगों में दिखाई दे सकते हैं जैसे कि चेहरा, मुँह, गला, हथेली, पैरों के तलवे, ग्रोइन, जननांग क्षेत्र और गुदा आदि। यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकता है।
एमपोक्स (मंकीपॉक्स) कैसे फैलता है? (Transmission of Mpox in Hindi)
- साफ-साफ कहें तो मंकीपॉक्स वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क (Close Contact) से फैलता है। जो व्यक्ति कई साझेदारों के साथ यौन रूप से सक्रिय है, सुमन एमपॉक्स का खतरा अधिक होता है। गर्भावस्था के दौरान अगर माँ इस वायरस से संक्रमित हो तो यह बच्चे में भी पहुंच सकता है।
- गर्भावस्था के दौरान एमपॉक्स वायरस का संक्रमण भ्रूण या नवजात शिशु के लिए घातक हो सकता है, इसके कारण गर्भपात भी हो सकता है। अगर गर्भावस्था जारी रहती है, तो यह माता-पिता के लिए जटिलताएँ पैदा कर सकता है।
- निम्न स्थितियों में मंकीपॉक्स एक से दूसरे व्यक्ति या जनावर में फैल सकता है: मंकीपॉक्स के मरीज़ को छूना, उसके साथ यौन संपर्क बनाना, उसके सम्पर्क में आना, उसके साथ चुंबन करना, आमने-सामने होकर बात करना, साँस लेना, मरीज़ के बिस्तर, कपड़ा या टॉवल का इस्तेमाल करना आदि।
एमपॉक्स का निदान कैसे किया जाता है? (Treatment of Mpox in Hindi)
- मंकीपॉक्स वायरस की पहचान करना आपके लिए एक चुनौती भरा काम हो सकता है, क्योंकि अन्य संक्रमण और स्थितियाँ भी समान दिख सकती हैं, जैसे कि चिकनपॉक्स, बैक्टीरियल स्किन इंफेक्शन और सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन आदि।
- यह संभव है कि जिस व्यक्ति को एमपॉक्स है, वह उसी समय अन्य सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन से भी संक्रमित हो, जैसे कि सिफलिस या हर्पीस। अगर किसी बच्चे को एमपॉक्स होने का संदेह है, तो उनकी चिकनपॉक्स की भी जाँच की जा सकती है।
- एमपॉक्स वायरस के लिए सबसे अच्छा प्रयोगशाला परीक्षण पीसीआर (पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन) है। यह वायरल डीएनए का पता लगाता है। त्वचा, तरल पदार्थ या पपड़ी के स्वैब का उपयोग करके नमूना लिया जाता है।
- अगर त्वचा पर कोई घाव नहीं है, तो गले या गुदा के स्वैब का उपयोग किया जा सकता है। एमपॉक्स से पीड़ित वयस्कों को एचआईवी परीक्षण की सिफारिश की जा सकती है। एमपॉक्स की जाँच में रक्त परीक्षण की आवश्यकता नहीं होती है।
मैं एमपॉक्स को कैसे रोकूँ?
एमपॉक्स के उपचार का उद्देश्य प्रभावित क्षेत्र की देखभाल करना, दर्द का प्रबंधन करना और जटिलताओं को रोकना है। लक्षणों को प्रबंधित करने और आगे की समस्याओं से बचने के लिए प्रारंभिक देखभाल आवश्यक है।
इसके अलावा, एमपॉक्स वैक्सीन संक्रमण को रोकने में मदद कर सकता है, खासकर प्रकोप के दौरान उन व्यक्तियों में जिन्हें इस संक्रमण होने का ख़तरा सबसे अधिक होता है। एमपॉक्स के लिए उच्च जोखिम वालों में शामिल हैं:
- वायरस के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्यकर्मी जोखिम में हैं।
- पुरुष या महिला सेक्स वर्कर। उनके साथ यौन संबंध बनाने वाले भी असुरक्षित हैं।
- वो लोग जिनके एक से अधिक सेक्स पार्टनर होते हैं, खासकर वो पुरुष जो अन्य पुरुषों के साथ यौन गतिविधियों में शामिल होते हैं, उन्हें भी अधिक ख़तरा होता है।
आप एमपॉक्स (पोस्ट-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस) वाले किसी व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद भी टीका प्राप्त कर सकते हैं। संपर्क के कुछ दिनों के भीतर टीका लेने की सिफारिश की जाती है। अगर आप में लक्षण विकसित नहीं हुए हैं, तो आप एक्सपोज़र के 14 दिन बाद तक भी टीका ले सकते हैं।
मंकीपॉक्स वायरस: खुद से देखभाल और रोकथाम
अधिकांश लोग 2-4 सप्ताह के भीतर इस वायरस से ठीक हो जाते हैं। इसके आलावा, आप दूसरों तक एमपॉक्स के संचरण (Transmission) को रोकने के लिए निम्न का पालन कर सकते हैं:
- अपने डॉक्टर की सलाह लें
- घर पर अच्छे हवादार कमरे में रहें
- मास्क पहनें और अपने घावों को ढककर रखें
- अकेले रहने पर त्वचा को सूखा और खुला रखें
- शरीर के घावों के लिए गर्म बेकिंग सोडा स्नान लें
- नियमित रूप से साबुन या सेनिटाइजर से हाथ धोएं
- मुंह के घावों के लिए नमक वाले पानी के कुल्ला करें
- पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन जैसी दर्द निवारक दवाएं लें
- साझा वस्तुओं को छूने से बचें और स्थानों को इंफेक्शन फ्री रखें
मंकीपॉक्स को समझना और बचाव के उपायों का पालन करना अपनी और दूसरों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। प्रारंभिक देखभाल, टीकाकरण और सिंपल हाइजीन प्रैक्टिसेज, मंकीपॉक्स के लक्षणों को मैनेज करने और वायरस के प्रसार को रोकने में मदद कर सकती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: (FAQs Around Mpox)
क्या मंकीपॉक्स जानलेवा है?
नहीं, मंकीपॉक्स शायद ही कभी घातक होता है और अधिकांश लोग कुछ ही हफ्तों में ठीक हो जाते हैं। हालाँकि, कुछ मामलों में, यह जटिल हो सकता है, खासकर उन लोगों में जिनकी इम्युनिटी कमज़ोर है, जैसे गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चे या बूढ़े व्यक्ति।
मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
यह किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क से या दूषित सतहों के माध्यम से फैलता है।
क्या मंकीपॉक्स का इलाज संभव है?
इसका कोई विशिष्ट इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों का इलाज किया जा सकता है और अधिकांश लोग अपने आप ठीक हो जाते हैं।
क्या मंकीपॉक्स एक महामारी है?
नहीं, मंकीपॉक्स को महामारी नहीं माना जाता है, लेकिन इसका प्रकोप हो सकता है।