ठंड का मौसम शुरू हो गया है और अब हर रोज टाइफाइड बुखार के मामले सामने आ रहा हैं। अगर आप टाइफाइड के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो यह ब्लॉग आपके लिए है। इस ब्लॉग में टाहम इफाइड के कारण, लक्षण और खानपान के बारे में विस्तार से जानेंगे।
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टाइफाइड (Typhoid) एक बैक्टीरियल इंफ्केशन है जो मुख्य रूप से साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। हालाँकि, यह अन्य कारणों से भी हो सकता है जैसे कि:
इन सबके अलावा, उन जगहों पर जाना जहां बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जैसे कि लेबोरेट्री या हॉस्पिटल।
टाइफाइड होने पर आप बुखार के अलावा खुद में अन्य लक्षणों को भी अनुभव कर सकते हैं। इसमें सामान्य तौर पर निम्न शामिल हो सकते हैं:
इन सबके अलावा, आप अन्य लक्षण भी अनुभव कर सकते हैं जैसे कि चक्कर आना और चलने-फिरने में असमर्थ होना आदि। आमतौर पर टाइफाइड के लक्षण बैक्टीरिया के सम्पर्क में आने के 1-3 सप्ताह के बाद शुरू होते हैं।
टाइफाइड में डाइट बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए इस दौरान आपको अपनी डाइट यानी खानपान का ख़ास ध्यान रखना चाहिए। टाइफाइड होने पर डॉक्टर आमतौर पर निम्न का सेवन करने का सुझाव देते हैं:
ये सब आपको आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं जिससे कमज़ोरी दूर होती है और आपको जल्दी ठीक में मदद मिलती है।
टाइफाइड होने पर आपको कुछ चीज़ों से परहेज़ करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे आपके लक्षण बेहतर होते हैं और जल्दी रिकवरी में मदद मिलती है। इसमें मुख्य रूप से निम्न शामिल हैं:
साथ ही, मीठी चीज़ें, गाढ़ी मलाई, घी, मक्खन, चिप्स, बिस्कुट आदि का सेवन करने से बचें। खानपान को लेकर अगर आपके मन में कोई प्रश्न हो तो डॉक्टर से बात करें।
टाइफाइड से पीड़ित मरीज़ को कुछ बातों का ख़ास ध्यान रखने की आवश्यकता होती है ताकि लक्षण और खराब न हों और रिकवरी जल्दी हो। अगर आपको टाइफाइड है तो निम्न बातों का ध्यान रखें:
टाइफाइड के उपचार में दवाओं के सेवन के साथ-साथ डॉक्टर लाइफस्टाइल में भी कुछ बदलाव लाने का सुझाव देते हैं। डॉक्टर की दिशानिर्देशों का पालन करें और किसी भी तरह की कोई समस्या होने पर बिना देरी किए अपने डॉक्टर से मिलें। टाइफाइड होने पर प्लेटलेट्स बहुत तेज़ी से कम होते हैं, ऐसे में इन सभी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, ताकि किसी भी संभावित गंभीर समस्या को रोका जा सके।
अगर टाइफाइड के लक्षण अनुभव होने के तुरंत बाद ही उपचार शुरू हो जाए तो यह आमतौर पर 10 दिनों तक रहता है, लेकिन उपचार में देरी होने पर यह 3-4 सप्ताह या उससे अधिक समय तक रह सकता है। इस दौरान उसके लक्षण खराब भी हो सकता हैं और आपको अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
टाइफाइड होने पर सीमित मात्रा में चाय का सेवन करने का सुझाव दिया जाता है। आमतौर पर इस दौरान डॉक्टर हर्बल चाय पीने की सलाह देते हैं, क्योंकि इससे शरीर का दर्द कम होता है और यह आपकी बॉडी को हाइड्रेट रखता है। चाय के अलावा, आप काढ़ा भी पी सकते हैं।
हाँ, टाइफाइड होने पर दूध का सेवन कर सकते हैं। दूध में मौजूद प्रोटीन आपको ताकत प्रदान करता है। दूध को पीने से पहले उसे हल्का गर्म कर लें। अगर आपको दूध से एलर्जी है या इससे कब्ज या गैस का खतरा है तो इससे परहेज़ करें।