पीरियड्स के न आने के कारण कई लोगों के मन में संदेह उत्पन्न हो जाता है कि कहीं वह प्रेग्नेंट तो नहीं है। इसके लिए लिए प्रेगनेंसी टेस्ट एक प्रमुख उपाय है, जिससे आपका संदेह दूर हो जाएगा। टेस्ट के लिए आप डॉक्टर से मिल सकते हैं या फिर प्रेगनेंसी टेस्ट किट भी खरीद सकते हैं। ऐसे में घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करने के घरेलू उपाय एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
चलिए इस ब्लॉग की मदद से समझते हैं कि घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें? क्या यह उपाय सही है? यदि आपको प्रेगनेंसी के लक्षण दिखते हैं और आप इन्हें समझने में असमर्थ हैं, तो बिना देर किए डॉक्टर से मिलें और इलाज लें।
प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण
प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों की पहचान बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसकी मदद से ही आप अपना पहला कदम प्रेगनेंसी टेस्ट की दिशा में बढ़ा सकते हैं। हालांकि प्रेगनेंसी की स्थिति में कुछ सामान्य लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं जैसे कि –
- मासिक धर्म का रुकना – पीरियड्स का न आना (irregular periods causes & home remedies in hindi), गर्भधारण का सबसे सामान्य लक्षण है, जो इसका सबसे पहला लक्षण भी होता है।
- चक्कर आना और उल्टी आना (nausea, vomiting & dizziness) – यदि सुबह के समय मतली, उल्टी या चक्कर (home remedies for vomiting during pregnancy in hindi) आना जैसे लक्षण दिखते हैं, तो हो सकता है कि आपने गर्भधारण कर लिया है। इसके बाद प्रेगनेंसी टेस्ट की तरफ अपना कदम बढ़ाएं।
- थकान और कमजोरी (weakness)– प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में हार्मोनल बदलावों के कारण थकान महसूस हो सकती है, इसलिए यह भी प्रेगनेंसी का एक मुख्य लक्षण है।
- छाती में सूजन और दर्द (chest pain)– स्तन में सूजन और हल्का दर्द महसूस होना भी प्रेगनेंसी का एक मुख्य संकेत हो सकता है।
- अधिक मूड स्विंग होना (mood swings during pregnancy)– हार्मोनल बदलाव के कारण मूड स्विंग्स भी बढ़ सकते हैं। डॉक्टर इसके लक्षणों को भी प्राथमिकता देते हैं।
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घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करने के घरेलू उपाय
प्रेगनेंसी के लक्षण दिखने पर आपको प्रेगनेंसी टेस्ट करने की आवश्यकता होती है, लेकिन तुरंत टेस्ट करना संभव नहीं होता है। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय आपके लिए कारगर साबित हो सकते हैं। हालांकि, यह उपाय केवल अनुमान लगाने के लिए होते हैं और उनकी सटीकता वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित नहीं की जा सकती है। चलिए पहले उन उपायों के बारे में जानते हैं –
- यूरिन टेस्ट (Pregnancy Test With Urine): सुबह का यूरिन प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए एक सामान्य घरेलू उपाय है। इस उपाय में आप एक साफ ग्लास में सुबह का यूरिन डालकर उसे ढक्कन से ढक कर एक दिन के लिए रख दें। यूरिन पर पतली परत का जमना दर्शाता है कि आप प्रेग्नेंट हैं। यदि ऐसा नहीं हुआ तो आप प्रेग्नेंट नहीं हैं।
- साबुन के द्वारा जांच (Pregnancy Test With Soap): यह एक साधारण तरीका है, जिससे आपको एक ग्लास में यूरिन डालकर उसमें थोड़ी मात्रा में साबुन मिलाना होता है। यदि यूरिन में बुलबुले बनते हैं, तो यह प्रेगनेंसी को दर्शाता है।
- चीनी के द्वारा जांच (Pregnancy Test With Sugar): पहले के समय में इस टेस्ट का खूब प्रयोग होता था। इसमें चीनी से प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए यूरिन को एक ग्लास में डाला जाता है और उसमें दो चम्मच चीनी मिलाया जाता है। यदि चीनी यूरिन में पूरी तरह से घुलती नहीं है, तो यह संकेत हो सकता है कि आप प्रेग्नेंट है।
- सिरका (Pregnancy Test With Vinegar): सिरके से प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए आपको सुबह का यूरिन एक बर्तन में डालकर उसमें विनेगर मिलाना होता है। यदि घोल का रंग बदलता है या उसमें झाग (foam) बनते हैं, तो यह प्रेगनेंसी का संकेत हो सकता है।
- टूथपेस्ट के द्वारा जांच (Pregnancy Test With Toothpaste): सफेद टूथपेस्ट का उपयोग करके भी प्रेगनेंसी टेस्ट किया जा सकता है। इसमें एक ग्लास में यूरिन डालें और उसमें थोड़ा सा सफेद टूथपेस्ट मिलाएं। यदि घोल में झाग का निर्माण हुआ और रंग में बदलाव आया, तो इसका मतलब है कि आप प्रेग्नेंट हैं।
- साल्ट टेस्ट (Pregnancy Test With Salt): नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट करने का तरीका बहुत ही सरल है। यूरिन के सैंपल में दो चुटकी नमक डालें और फिर कुछ मिनटों तक इंतजार करें। यदि यूरिन में सफेद झाग बने, तो यह प्रेगनेंसी का संकेत हो सकता है।
- शैम्पू टेस्ट (Pregnancy Test With Shampoo): शैम्पू के जरिए भी प्रेगनेंसी टेस्ट किया जा सकता है। एक ग्लास में शैंपू की कुछ बूंदें डालकर उसमें पानी मिलाएं, फिर यूरिन की कुछ बूंदें डालें। अगर घोल में झाग बनते हैं, तो यह प्रेगनेंसी का संकेत हो सकता है।
- पाइन सोल क्लीनर प्रेगनेंसी टेस्ट (Pregnancy Test With Pine-Sol Cleaner): इसमें आपको यूरिन को एक बर्तन में डालकर उसमें पाइन सोल क्लीनर मिलाना होता है। यदि यूरिन और क्लीनर का मिश्रण रंग बदलता है, तो यह प्रेगनेंसी का संकेत हो सकता है।
इन सारे उपायों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए हम आपको सलाह देंगे कि प्रोफेशनल टेस्ट करवाएं। घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करने से आपको सिर्फ अनुमान मिल सकता है, लेकिन डॉक्टर से कन्फर्मेशन लेना ही सबसे सही तरीका है।
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घरेलू टेस्ट के फायदे और सीमाएं
घरेलू टेस्ट के कुछ फायदे और नुकसान दोनों हैं। चलिए दोनों को एक-एक करके समझते हैं।
घरेलू टेस्ट के फायदे
घरेलू टेस्ट के निम्न फायदे हैं –
- आसान और सस्ते: घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करने के घरेलू उपाय बहुत ही सरल और सस्ते होते हैं। इसके लिए आपको किसी महंगे प्रेगनेंसी टेस्ट किट को खरीदने की आवश्यकता नहीं होती है।
- सुविधाजनक: घर पर टेस्ट करना समय की बचत करता है, और इसे आप बिना किसी को बताए भी कर सकते हैं।
घरेलू उपायों के कुछ सीमाएं भी होती हैं जैसे कि –
- असत्य परिणाम: इन घरेलू उपायों के परिणामों का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसलिए इनका केवल शुरुआती संकेत के रूप में इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
- गलत परिणाम का खतरा: कई बार इन टेस्टों के परिणाम गलत आते हैं, जो अधिक भ्रम पैदा कर सकते हैं।
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प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए सही समय
प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए सबसे अच्छा समय सुबह का होता है, खासकर सुबह उठते ही। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस समय यूरिन में हार्मोन का स्तर सबसे अधिक होता है, जिससे टेस्ट के परिणाम अधिक सटीक हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यदि आप घरेलू उपाय से टेस्ट कर रहे हैं, तो यह ध्यान रखें कि प्रेगनेंसी टेस्ट करने का सही समय तब होता है, जब आपको अपने पीरियड्स (मासिक धर्म) में देरी का अनुभव कर रहे हैं।
घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट के दौरान ध्यान रखने वाली बातें
जब आप घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करते हैं, तो कुछ बातें आपको याद रखनी चाहिए जैसे कि –
- सफाई का ध्यान रखें: टेस्ट करने के लिए हमेशा साफ-सुथरी बोतल या कंटेनर का ही उपयोग करें।
- उचित मात्रा में यूरिन का प्रयोग करें: टेस्ट करने के लिए बहुत कम यूरिन का उपयोग न करें, क्योंकि इससे सही परिणाम मिलने में दिक्कत हो सकती है।
- पर्याप्त समय तक इंतजार करें: टेस्ट करने के बाद 5 से 10 मिनट तक इंतजार करें ताकि परिणाम स्पष्ट रूप से दिखे।
- कई टेस्ट करें: एक से ज्यादा घरेलू टेस्ट करें, ताकि अधिक सटीक परिणाम मिल सके।
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घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट किट का उपयोग
आप घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट किट का उपयोग भी कर सकती हैं, जो कि मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध है। आप जब चाहे इस टेस्ट को घर लाकर सुबह उठकर अपने यूरिन से इसका टेस्ट कर सकते हैं। इस किट से भी आपको सही परिणाम मिल जाएंगे। हालांकि सिर्फ टेस्ट किट के भरोसे न रहें। जैसे ही आपको किट से प्रेगनेंसी के बारे में पता चलता है, तुरंत एक अच्छे डॉक्टर से मिलें और उनसे प्रेगनेंसी टेस्ट के बारे में बात करें। टेस्ट के दौरान आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है, जैसे कि किट का उपयोग करते समय आपको पैकिंग पर दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए। इससे परिणाम सटीक आते हैं।
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निष्कर्ष
प्रेगनेंसी टेस्ट के घरेलू उपाय आपके लिए शुरुआती संकेत दे सकते हैं, लेकिन यह केवल एक अनुमान है। सटीक और विश्वसनीय परिणाम के लिए डॉक्टर से टेस्ट करवाना ही सबसे अच्छा तरीका है। यदि आप घरेलू उपायों का उपयोग करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप सही समय पर और सही तरीके से परीक्षण कर रहे हैं। किसी भी तरह के स्वास्थ्य संदेह पर विशेषज्ञ से मार्गदर्शन लेना हमेशा अच्छा माना जाता है।
आपकी प्रेगनेंसी का पता लगाना और उसकी देखभाल करना बहुत जरूरी है। अगर आपके मन में किसी भी प्रकार के सवाल या चिंता हो, तो हमें संपर्क करें। हमारे वर्षों के अनुभव वाले डॉक्टर आपकी सेवा के लिए हमेशा तैयार हैं।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs around pregnancy test at home)
प्रेगनेंसी का पता लगाने में होम किट और घरेलू उपाय में क्या फर्क है?
होम किट एक वैज्ञानिक मान्यता प्राप्त टेस्टिंग किट है, जिसका उपयोग करने को डॉक्टर भी कहते हैं। इस किट में एक केमिकल का उपयोग होता है , जो यूरिन में प्रेगनेंसी हार्मोन का पता लगाता है। वहीं दूसरी तरफ घरेलू उपायों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। इससे परिणाम सटीक आने की संभावना बदलती रहती है।
क्या यूरिन का रंग बदलना हमेशा प्रेगनेंसी का संकेत है?
नहीं, यूरिन का रंग बदलने से हमेशा प्रेगनेंसी का लक्षण नहीं होता है। इन घरेलू उपायों पर निर्भर करता है, और कभी-कभी यूरिन में रंग परिवर्तन अन्य कारणों से भी हो सकते हैं।
घरेलू टेस्ट कब फेल हो सकते हैं?
घरेलू टेस्ट तब फेल हो सकते हैं, जब यूरिन में हार्मोन का स्तर पर्याप्त न हो, या टेस्ट में इस्तेमाल की गई सामग्री में कोई गड़बड़ी हो।
घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करना कितना ठीक होता है?
यह एक अस्थायी उपाय हो सकता है, लेकिन इसके परिणाम हमेशा सही नहीं होते हैं। यदि टेस्ट सकारात्मक आता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी हो जाता है।