हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए कुछ विटामिन एवं पोषक तत्वों की आवश्यकता पड़ती है, जिनके अलग-अलग कार्य होते हैं। उन्हीं में से एक पोषक तत्व विटामिन बी (vitamin b in hindi) है। विटामिन बी सिर्फ एक विटामिन नहीं है, बल्की यह एक विटामिन का समूह है, जिसे चिकित्सा भाषा में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स (Vitamin B Complex) कहा जाता है। इस समूह में विटामिन बी 1 से विटामिन बी 12 तक सारे विटामिन आते हैं। यह सारे विटामिन हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा आवश्यक होते हैं और इसकी कमी (मुख्य रूप से विटामिन बी12 की कमी) के कारण बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
विटामिन बी के क्या फायदे हैं? – Vitamin B 12 Benefits in Hindi
विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के फायदे बहुत सारे हैं, जिसे हम इस ब्लॉग में कवर करने वाले हैं। विटामिन बी को अपने दैनिक आहार में जोड़ने से आपको निम्नलिखित लाभ मिल सकते हैं –
- विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का सबसे मुख्य कार्य होता है, ऊर्जा का उत्पादन करना।
- विटामिन बी12 की मदद से मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ और मजबूत रखने में बहुत मदद मिलती है।
- विटामिन बी12 की मदद से शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में बहुत मदद मिलती है, जिसके कारण एनीमिया की समस्या नहीं होती है।
- विटामिन बी12 बालों को त्वचा की सुंदरता को बनाए रखने में मदद मिलती है। इससे त्वचा में चमक आती है और बाल भी मजबूत होते हैं।
विटामिन बी के मुख्य स्रोत क्या है? – Source of Vitamin B 12 in Hindi
विटामिन बी आपको कई अलग-अलग स्रोत से मिल सकते हैं। मुख्य रूप से खाने से विटामिन बी 12 (vitamin b 12 foods in hindi) अच्छी मात्रा मिल सकता है। नीचे विटामिन बी के मुख्य स्रोतों के बारे में बताया है –
- फल और सब्जियां: कुछ प्रकार के फलों में विटामिन बी12 अच्छी मात्रा में होता है, जैसे कि केला, संतरा, सेब, और अंगूर। वहीं आलू, अखरोट, टमाटर, और मशरूम में विटामिन बी12 की मात्रा अच्छी खासी होती है।
- डेयरी प्रोडक्ट: दूध और दूध से बने उत्पाद में विटामिन बी 12 की मात्रा अच्छी खासी होती है, जिसके सेवन से बहुत लाभ मिलता है।
- मछली: कई अलग-अलग प्रकार की मछलियां जैसे सैल्मन और टूना मछली में विटामिन डी की मात्रा अच्छी खासी होती है।
- अंडे: अंडों में विटामिन बी 12 की मात्रा बहुतायत में होती है, जिसे हर व्यक्ति को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। जिम जाने वाले लोग अक्सर पीला भाग नहीं खाते हैं, लेकिन विटामिन बी 12 की कमी वाले लोगों को ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
- फोर्टिफाइड ग्रेन्स: दूध के समान ही कुछ प्रकार के अनाजों में बी12 और अन्य विटामिन भरपूर मात्रा में होते हैं।
विटामिन बी की कमी के लक्षण – Vitamin b 12 ki kami ke lakshan in Hindi
विटामिन बी की कमी के कारण व्यक्ति को कुछ लक्षणों का अनुभव हो सकता है जैसे कि –
- थकान और कमजोरी आना।
- शरीर सुन्न होना या झुनझुनी आना।
- बालों का झड़ना और त्वचा में समस्या।
- खुजली
- दृष्टि हानि और छाले।
- स्मृति हानि और भ्रम की स्थिति होना।
- डिप्रेशन और दौरे की समस्या होना।
इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत एक अच्छे डॉक्टर से मिलें और इलाज के विकल्पों पर बात करें।
विटामिन बी की कमी का जोखिम किसे है?
बहुत सारे लोगों को विटामिन बी की कमी हो सकती है। कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जिसके कारण शरीर में विटामिन बी की कमी हो सकती है जैसे कि –
- टाइप 1 डायबिटीज
- सीलिएक रोग
- हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (एच. पाइलोरी) संक्रमण
- क्रोहन रोग
- अल्सरेटिव कोलाइटिस
- थायरॉयड रोग
- क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस
- अधिक शराब का सेवन करना।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs Around Vitamin B Benefit)
विटामिन बी 12 कितना होना चाहिए?
एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए सामान्यतः 200 से 900 पीकोग्राम प्रति मिलीलीटर विटामिन बी 12 का स्तर सही माना जाता है। किसी भी प्रकार विटामिन की कमी को विटामिन सप्लीमेंट से पूरा किया जा सकता है, लेकिन बिना डॉक्टरी सलाह के किसी भी प्रकार की दवा का सेवन न करें।
विटामिन बी 12 बढ़ने के कारण क्या है?
आमतौर पर विटामिन बी 12 का उच्च स्तर बहुत अधिक सप्लीमेंट लेने से हो सकता है। इसके कारण अधिक समस्या तो नहीं होती है, लेकिन कुछ लोगों को सिरदर्द या चक्कर आने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।