ओवुलेशन के लक्षण यदि आप माँ बनना चाहती हैं या इसके लिए प्रयास कर रही हैं, तो आपके लिए यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि आपके मासिक चक्र यानि मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान वो कौन से दिन होते हैं
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ओवरी से परिपक्व एग रिलीज़ होने की प्रक्रिया को ही ओवुलेशन कहते है, यह प्रक्रिया हर महीने होती है। इस समय के आसपास एक महिला के प्रेगनेंट होने की सम्भावना सबसे अधिक होती है।
आमतौर पर महिलाओं का मासिक चक्र 28 से 35 दिन का होता है, इस साइकिल में कुछ विशेष दिन ही ओवुलेशन पीरियड में आते हैं। सामन्य रूप से महिला के पीरियड्स खत्म होने के 12 से 16 वें दिन का समय ओवुलेशन पीरियड (Ovulation period) कहलाता है।
जब आपके गर्भ धारण करने की संभावना सबसे अधिक होती है, इन संभावित दिनों को ओवुलेशन पीरियड (ovulation in Hindi) कहा जाता है। यदि आप किसी प्रकार के जन्म नियंत्रण तरीके या कॉन्ट्रासेप्टिव दवाइयों का उपयोग नहीं कर रहे हैं तो आमतौर पर आपके गर्भ धारण करने की संभावना 25 से 30 प्रतिशत होती है, हालांकि यह परिस्थितियों के आधार पर व्यापक रूप से भिन्न हो सकता है।
ओवुलेशन के दौरान और उस समय के आसपास (मासिक धर्म चक्र का वह समय जब आप सबसे अधिक फर्टाइल होती हैं और निषेचन (फर्टिलाइजेशन) की संभावना सर्वाधिक होती है) आपके गर्भ धारण करने की संभावना सर्वाधिक होती है।
मासिक चक्र के दौरान जब ओवरी से एग निकलता है तब ओवुलेशन होता है। अब यह एग, स्पर्म से निषेचित (फर्टिलाइज) हो भी सकता है और नहीं भी। यदि एग फर्टिलाइज हो जाता है तो आप गर्भ धारण कर लेती हैं और यदि यह फर्टिलाइज नहीं होता है तो एग टूट जाता है और आपके मासिक धर्म के दौरान यूटेराइन लाइनिंग गिर जाती है और यह निकल जाता है।
अतः गर्भ धारण करने के लिए ओवुलेशन के संकेतों (Ovulation symptoms in Hindi) को पहचानना अत्यंत आवश्यक है।
अब प्रश्न यह उठता है कि – आपको कैसे पता चलेगा की आपका ओवुलेशन पीरियड आने वाला है या चल रहा है? यहां हमने ओवुलेशन के कुछ मुख्य लक्षण (Ovulation symptoms in Hindi) दिए हैं जिनके द्वारा आप पता लगा सकती हैं कि आपका ओवुलेशन पीरियड है या नहीं, साथ ही आप यह भी जान सकती हैं कि आप ओवुलेट कब करेंगी।
डॉक्टर्स के अनुसार – महिलाओं में उनके जन्म के समय उनकी ओवरी में करीबन 2 करोड़ एग्स होते हैं और युवावस्था यानी की उनके मासिक धर्म शुरू होने के समय तक करीब 5००००० एग्स ही बचते हैं।
प्रत्येक माह मेंस्ट्रुअल साइकिल के पहले भाग में एग विकसित होता है और धीरे धीरे परिपक्व होने लगता है। पीरियड्स खत्म होने के कुछ दिन बाद महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बनने लगता है जो यूटेरस की लाइनिंग को मोटा करने में सहायता करता है जिससे यह स्पर्म के लिए अनुकूल वातावरण बना देता है।
धीरे धीरे एस्ट्रोजन में वृद्धि होने लगती है और यह एक अन्य हार्मोन ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (LH) में वृद्धि को ट्रिगर करता है। LH की वृद्धि एग के ओवरी से रिलीज होने का कारण होती है और महिला ओवुलेट (LH वृद्धि के 24 से 36 घंटे बाद) करती है।
इस दौरान यदि एग को स्पर्म मिल जाता है और स्पर्म एग को निषेचित करने में सफल हो जाता है तो महिला गर्भ धारण कर लेती है, और यदि एग फर्टिलाईज़ नहीं होता है तो यह यूटेरस की लाइनिंग में मिल जाता है और पीरियड्स के दौरान महिला के शरीर से निकल जाता है।
निषेचन के न होने की स्थिति में यह प्रक्रिया फिर से होती है जो अगले मासिक धर्म/पीरियड्स की शुरुआत होती है।
नोट: गर्भधारण के लिए आवश्यक है की आप फर्टाइल विंडो (एग रिलीज होने के बाद स्पर्म के प्रजनन मार्ग में रहने वाले 6 दिन) में ही सेक्स करें, इसमें ओवुलेशन वाला दिन और इसके बाद के 2 दिन सबसे उचित होते हैं।
जैसा की हमने बताया की यदि आप ओवुलेशन पीरियड में या उसके आस पास सेक्स करते हैं तो आपके गर्भ धारण करने की सम्भावना बढ़ जाती है, अतः आपके लिए ओवुलेशन के लक्षणों (Ovulation ke lakshan) को जानना बहुत महत्वपूर्ण है। यहाँ हमने ओवुलेशन के सात मुख्य लक्षण (Ovulation symptoms in Hindi) दिए हैं, जिनकी सहायता से आप अपने ओवुलेशन पीरियड के बारे में जान सकती हैं :
Also, read in English: Quick guide on understanding of ovulation cycle
उन दिनों के बारे में जानकर जिनमें आप सबसे अधिक फर्टाइल होती हैं, आप अपने गर्भवती होने की संभावना को बढ़ा सकती हैं। सामन्यतः एक महिला का मासिक धर्म चक्र 28 दिन लंबा होता है, लेकिन यह प्रत्येक महिला के लिए अलग हो सकता है।
प्रत्येक मासिक धर्म के दौरान लगभग 6 दिन होते हैं जब आप गर्भवती हो सकती हैं, इसे आपकी फर्टाइल विंडो कहा जाता है। ओवुलेशन कैलकुलेटर (Ovulation Calculator in Hindi) का उपयोग करके आप आसानी से जान पाएंगी कि किस दिन आपके फर्टाइल होने की सबसे अधिक संभावना होगी, इसके लिए आप किसी ऑनलाइन कैलकुलेटर या किसी मोबाईल एप्लीकेशन का प्रयोग कर सकती हैं।
यदि आप अपनी फर्टाइल विंडो/ओवुलेशन के दौरान गर्भधारण कर लेती हैं तो आप निम्नलिखित लक्षणों को महसूस कर सकती हैं:
याद रखें, जब आप गर्भधारण का प्रयास कर रही हों तो धैर्य और दृढ़ता महत्वपूर्ण है, साथ ही इसकी भी कोई गारंटी नहीं है कि आप निश्चित रूप से गर्भ धारण कर ही लेंगी भले ही आप ओवुलेट कर रही हों। लेकिन इन सामान्य ओवुलेशन के लक्षणों (Ovulation symptoms in Hindi) पर नजर रखना अत्यंत आवश्यक होता है और लगातार प्रयास करते रहें।
यदि आपको ओवुलेशन (Ovulation in Hindi) नहीं होता है तो शीघ्र ही अपने नजदीकी हॉस्पिटल जायें और स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। इसका कारण PCOD या कोई अन्य इनफर्टिलिटी सम्बंधित कारण हो सकता है।
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आपके अंडाशय(ovary) से एक परिपक्व अंडा निकलने के बाद, यह फैलोपियन ट्यूब में जाता है जहां इसे शुक्राणु के साथ निषेचित(fertilized) किया जा सकता है। आप गर्भधारण करने के लिए अंडे के निकलने के 12-24 घंटों के भीतर गर्भधारण करने की कोशिश कर सकती हैं।
यदि आपका मासिक धर्म (पीरियड) नियमित है, तो आपकी अगली माहवारी शुरू होने से 12-14 दिन पहले आपका ओव्यूलेशन शुरू हो जाता है।
ओव्यूलेशन की पहचान सर्विकल डिस्चार्ज में बदलाव, यौन इच्छा में वृद्धि, स्तन कोमलता और शरीर के बेसल तापमान (बी.बी.टी) में वृद्धि से होती है।
आपके मासिक धर्म (पीरियड) के 6-14 दिनों के बीच एक अंडा परिपक्व होना शुरू हो जाता है।