Trust img

Newborn baby care in Hindi

आपने नवजात शिशु को कैसे पकड़े-

नवजात शिशु की गर्दन की मांसपेशियां विकसित होने में समय लगता हैं, इसलिए जब भी आप शिशु को उठाएंगी तो आपको बच्चे के सिर को सहारा देना होगा।

आपने नवजात शिशु को कैसे नहलाये-

बच्चे को नहलाते समय उसे कोमल हाथो से पकड़े और माइल्ड बेबी शैम्पू का इस्तेमाल करें। बच्चे के लिए बेबी प्रोडक्ट्स चुनते समय ध्यान दे की उनमे ज्यादा चेमिकल्स ना हो और वह अच्छी गुणवत्ता वाले हो। यदि आप अच्छे बेबी प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करेंगे तो वह बच्चे की त्वचा को रूखा नहीं करेंगे। प्रोडक्ट्स में क्या चुनना है और क्या नहीं, इस बारे में आप डॉक्टर से भी बात कर सकते हैं। 

आपने नवजात शिशु को कैसे दूध पिलाये (ब्रेस्टफीडिंग)-

शिशु की छोटी छोटी हरकतों से आप आसानी से जान सकते हो उसे भूख लगी हैं जैसे की- रोना, हाथों को मुंह में लाना, होंठों को चाटना, और उंगलियों को बंद करना कुछ ऐसे लक्षण हैं। इसलिए बच्चे को समय पर दूध पिलाएं। 

डायपर बदलना-

जब आप पहली बार माता-पिता बनते हैं तो आपको अक्सर पता नहीं चलता की बच्चे का डायपर कब बदलना हैं। पहले कुछ दिन तो आपको बार बार नैपी चेंज करने की जरुरत पड़ सकती हैं। 0-2 वर्ष की आयु के अधिकांश बच्चों में समय-समय पर नैपी रैशेज होने की शिकायत होती हैं इसलिए डायपर बदलते समय डायपर रैश क्रीम का इस्तेमाल करना न भूलें।

बच्चे की मालिश (बेबी मसाज)-

बच्चे की मालिश हलके हाथो से करे। नवजात शिशुओ को नियमित मालिश देने से उनकी नींद में सुधार होता है और वह जायदा खुश रहते हैं।

FAQs
नवजात शिशु के साथ आपको क्या नहीं करना चाहिए?

वैसे तो माता पिता आपने नवजात शिशु का बहुत ख्याल रखते हैं, लकिन कुछ ऐसी बाते हैं जिनका उन्हें ध्यान रखने की ज्यादा जरुरत हैं, जैसे की-

  • जरुरत से ज्यादा खिलाना 
  • बच्चे को ठीक से डकार न देना
  • कार सीट सुरक्षा
  • फार्मूला मिलाने या स्तनपान कराने में गलतियाँ

स्तन दूध कैसे बढ़ा सकते हैं?

आप स्तन दूध उत्पादन निम्न तरीको से बढ़ा सकते हैं –

  • बच्चे को बार बार स्तनपान कराएं
  • फीडिंग के बीच पंप करे 
  • दोनों तरफ से स्तनपान कराएं
  • ऐसा आहार ले जो शरीर में दूध का उत्पादन बढ़ाये

मेरे स्तन का दूध पानीदार क्यों है?

आपके स्तनों में दूध बनाने वाली सभी सेल्स एक ही तरह का दूध पैदा करती हैं। बेबी फ़ीड के बीच जितना अधिक समय होगा, ब्रैस्ट में बचा हुआ दूध उतना ही पतला होता जायेगा। इस ‘पानीदार’ दूध में लैक्टोज की मात्रा अधिक होती है और फटता की मात्रा काम होती हैं।